आपको बता दें की पाकिस्तान की एक आतंकवाद विरोधी अदालत (सीटीडी ) के जज सैयद अली इमरान ने 24 जुलाई को कहा था कि 7 अगस्त यानी बुधवार तक औपचारिक चालान पेश करे, जिसके बाद आज इस मामले में कार्रवाई की गई और उसे दोषी माना गया।
बताते चले की आतंकी हाफिज सईद पहले भी कई बार गिरफ्तार हो चुका है, साथ ही कई बार रिहा भी हुआ है, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी वाशिंगटन दौरे के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने इस बात को स्वीकार किया था कि पाकिस्तान में अभी भी 40 हजार आतंकी मौजूद हैं। इससे ये बात साबित होती है कि पाकिस्तान में इस वक्त आतंकी संगठन भी सक्रिय हैं।
पाक के कुछ नेता भी थे इसमें शामिल
दरअसल सीटीडी ने हाफिज़ सईद समेत जमात-उद-दावा के 13 नेताओं के खिलाफ भी 23 मामले दर्ज किए थे, मामले दर्ज होने के बाद इनकी गिरफ्तारी तेज हो गई थी और हाफिज़ को लाहौर से गुजरांवाला जाते वक्त सीटीडी ने गिरफ्तार किया था उसने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही थी।
Hafiz Saeed guilty in Terror funding case; Pak gov shifted to Gujarat
लश्कर-ए-तैयबा का मुख्य चेहरा माने जाने वाले संगठन जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज़ सईद साल 2008 के मुंबई हमले का मास्टरमाइंड भी है. सईद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है. सईद पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम भी रखा गया है.
वही मार्च 2018 में सईद के प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा के अस्पताल और मदरसों को सीज कर दिया गया था, इसके साथ ही पाकिस्तान की सरकार ने आतंकी निरोध एक्ट-1997 के तहत हाफिज़ के संगठनों जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।