
आईटी कंपनी दुनिया की दिगग्ज कंपनियों में से एक टीसीएस शेयर बाजार की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। जहां कंपनी ने छह लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के स्तर को पार कर लिया। इस तरह से टीसीएस ने रिलायंस को पीछे छोड़ते हुए पहला पायदान हासिल किया है। गुरुवार के दिन कारोबार की समाप्ति पर टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 6,00,569.45 करोड़ रुपये पर रहा। वही, बंबई शेयर बाजार में कंपनी के शेयर 4.04 फीसदी की बढ़त लेकर 3,137.30 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। दिन में एक समय यह 4.46 फीसदी चढ़कर 3,150 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया था।
जहां एक ओर बृहस्पतिवार के दिन टीसीएस के शेयर कीमतों में उछाल देखने को मिला है, वहीं रिलायंस की शेयर कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। रिलायंस इंडिस्ट्रीज के शेयर गुरुवार का 0.16 फीसदी गिरकर 927.55 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए। टॉप पांच कंपनियों में टीसीएस के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड रही है। इसके बाद 4,99,892.24 करोड़ रुपये के साथ एचडीएफसी बैंक तीसरे पर, आईटीसी 3,19,752.53 करोड़ रुपये के साथ चौथे स्थान पर और 3,06,416.93 करोड़ रुपये के साथ एचडीएफसी पांचवें स्थान पर रही है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही टाटा समूह के चेयरमैन एमिरेट्स रतन टाटा कर्मचारियों के सामने भावुक हो गए थे। दरअसल, वे टाटा मोटर्स को एक विफल कंपनी बताए जाने से दुखी थे। उन्होंने कहा था कि टाटा मोटर्स के कर्मचारी फिर से इस कारोबार की प्रमुख कंपनी बनने की योजना बनाएं। साथ ही यह भी कहा कि पिछले चार पांच साल में समूह की इस कंपनी की बाजार भागीदारी घटी है और जब देश इसे विफल कंपनी के रूप में देखता है तो दुख होता है।